बलरामपुर जिले के श्रीदत्तगंज थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ हुई मारपीट ने जिले की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़िता मन्तिरा देवी का आरोप है कि पहले से ही केस वापस लेने का दबाव बना रहे आरोपी उसके घर में घुस आए और बुरी तरह पीटा। महिला की मानें तो उसने जब 112 पर कॉल कर पुलिस बुलाई, तो मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने उल्टा उसी के साथ दुर्व्यवहार करते हुए थप्पड़ और लात-घूंसों से पीटा।
मंन्तिरा देवी बाजार में कॉस्मेटिक की दुकान चलाती हैं। उन्होंने कुछ महीने पहले पवन कुमार, संजना देवी, तरुण कुमार और दुरपता देवी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तभी से आरोपी
बलरामपुर जिले के श्रीदत्तगंज थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ हुई मारपीट ने जिले की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़िता मन्तिरा देवी का आरोप है कि पहले से ही केस वापस लेने का दबाव बना रहे आरोपी उसके घर में घुस आए और बुरी तरह पीटा। महिला की मानें तो उसने जब 112 पर कॉल कर पुलिस बुलाई, तो मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने उल्टा उसी के साथ दुर्व्यवहार करते हुए थप्पड़ और लात-घूंसों से पीटा।
मंन्तिरा देवी बाजार में कॉस्मेटिक की दुकान चलाती हैं। उन्होंने कुछ महीने पहले पवन कुमार, संजना देवी, तरुण कुमार और दुरपता देवी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तभी से आरोपी पक्ष केस वापस लेने का दबाव बना रहा था। पीड़िता ने बताया कि 23 जुलाई की रात करीब 8 बजे आरोपियों ने उसके घर पर हमला कर दिया और मारपीट की। महिला ने एसपी को फोन कर मदद मांगी, लेकिन राहत की जगह और ज्यादा उत्पीड़न का सामना करना पड़ा।
नशे में थे पुलिसकर्मी, धमकी देकर फरार हो गए
महिला ने गंभीर आरोप लगाए कि पुलिसकर्मी नशे में थे और दबंगों से मिले हुए थे। उन्होंने उसे धमकी दी कि अगर दोबारा शिकायत की तो अंजाम बुरा होगा। मारपीट के बाद मंन्तिरा देवी को जिला अस्पताल लाया गया, जहां से हालत नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने लखनऊ रेफर कर दिया। पुलिस बोली- दोनों पक्षों पर केस दर्ज, महिला के आरोप बेबुनियाद
घटना के बाद अपर पुलिस अधीक्षक विशाल पांडेय ने बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही दावा किया कि पुलिसकर्मियों पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। ASP के अनुसार, घटनास्थल से वीडियो फुटेज मौजूद हैं और महिला जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।