बलरामपुर ईटई रामपुर:
राजकीय इंटर कॉलेज ईटई रामपुर एक बार फिर विवादों में है। छात्रों और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि कॉलेज प्रशासन, खासकर प्रिंसिपल नित्यानंद चतुर्वेदी द्वारा 700 रुपये प्रति छात्र दान के नाम पर जबरन वसूली की जा रही है। अब तक इससे करीब 7 लाख रुपये जमा हो चुके हैं, लेकिन स्कूल की हालत जस की तस है।
छात्रों के आरोप:
प्रिंसिपल खुद हर महीने 15-20 दिन तक स्कूल नहीं आते। 700 रुपये देने के बाद भी कोई नया शिक्षक नहीं लाया गया। छात्रों का कहना है कि प्रिंसिपल ने लगभग 7 लाख रुपये का गबन किया है। शौचालय में भी ताला लगा कर रखते हैं। यह पैसे स्कूल में शिक्षक की पूर्ति करने व कॉलेज की साफ सफाई के लिए गए है। जब पैसे (दान) देने से मना किया तो उन्होंने टीसी के ऊपर रेड पेन चालने की धमकी दी।
प्रशासनिक सफाई:
प्रिंसिपल नित्यानंद चतुर्वेदी ने सफाई दी है कि —
“700 रुपये की राशि स्कूल के (दान) मेंटेनेंस और शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिए ली गई है। स्कूल में 22 शिक्षकों की जरूरत है लेकिन फिलहाल सिर्फ 9 शिक्षक हैं। बच्चों का मेरे ऊपर लगाया गया आरोप निराधार है बच्चे यह सब किसी के कहने पर कर रहे हैं।”जब उनसे वर्तमान शिक्षकों की संख्या पूछी गई, तो पहले जवाब देने से बचते दिखे, फिर रजिस्टर पलटकर बताया कि सिर्फ 9 शिक्षक कार्यरत हैं।
स्थानीय आरोप भी सामने आए:
स्कूल के बगल में रेड़ी लगाने वाले दुकानदार ने भी आरोप लगाया है कि प्रिंसिपल हर महीने 500 रुपये अवैध रूप से वसूली करते हैं।
प्रशासनिक हस्तक्षेप और अगला कदम:
इस पूरे मामले की जानकारी SDM और BSA बलरामपुर को दे दी गई है। अब देखने वाली बात यह है कि जांच में प्रिंसिपल के ऊपर लगे आरोपों पर क्या कार्रवाई होती है।