स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, पचपेड़वा, तुलसीपुर और उतरौला में की गई छापेमारी
बलरामपुर, 28 जुलाई:
पचपेड़वा क्षेत्र के मिशा हेल्थ केयर सेंटर में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए सोमवार को जिलेभर में अवैध रूप से संचालित अस्पतालों और क्लीनिकों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई के तहत कुल 7 अस्पतालों को सील कर दिया गया।
स्वास्थ्य विभाग की जांच में खुलासा हुआ कि ये अस्पताल बिना लाइसेंस और बिना प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ के गंभीर चिकित्सकीय सेवाएं दे रहे थे। विभाग ने पचपेड़वा क्षेत्र में चार, तुलसीपुर में एक और उतरौला में दो अस्पतालों को बंद किया है।
सील किए गए अस्पतालों की सूची:
- पचपेड़वा: आयशा हेल्थ सेंटर, मिशा हेल्थ सेंटर, पूर्वांचल हेल्थ सेंटर, जच्चा-बच्चा केंद्र फातिमा
- तुलसीपुर: चंद्र मौर्य क्लीनिक
- उतरौला: बलरामपुर ऑर्थो न्यूरो सेंटर, डॉ. राहुल क्लीनिक
परिजनों ने अस्पताल पर लगाया लापरवाही का आरोप
मृत महिला के परिजनों ने बताया कि उसे मिशा हेल्थ सेंटर में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए सहमति ली और किसी को अंदर नहीं जाने दिया। कुछ देर बाद जब परिजन अंदर पहुंचे, तो देखा कि मां और नवजात दोनों की मौत हो चुकी थी। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया और लापरवाही का आरोप लगाया।
स्वास्थ्य विभाग ने दी चेतावनी
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रवि नंदन त्रिपाठी ने बताया कि जिले में अवैध अस्पतालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। जिन अस्पतालों में सरकारी मानकों का पालन नहीं हो रहा, उन्हें तत्काल प्रभाव से बंद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और किसी को भी मरीजों की जान से खेलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
यह कार्रवाई बलरामपुर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर उठ रहे सवालों के बीच एक सख्त संदेश के तौर पर देखी जा रही है।