ईटई रामपुर बलरामपुर: राजकीय इंटर कॉलेज ईटई रामपुर एक बार फिर विवादों में घिर गया है। इस बार अभिभावकों से जबरन दान के नाम पर पैसे वसूलने का गंभीर आरोप सामने आया है। ईटई रामपुर निवासी रंजीत यादव ने आरोप लगाया है कि कॉलेज प्रशासन छात्रों के एडमिशन के नाम पर अभिभावकों से 700 रुपये प्रति छात्र की दर से वसूली कर रहा है।
रंजीत यादव ने बताया कि वह अपने तीन बच्चों का दाखिला कराने सुबह कॉलेज पहुंचे थे। कॉलेज के कार्यालय में मौजूद लिपिक ने उन्हें स्पष्ट रूप से बताया कि जब तक प्रत्येक बच्चे के लिए 700 रुपये ‘दान’ के रूप में नहीं दिए जाते, तब तक एडमिशन की प्रक्रिया पूरी नहीं की जाएगी।
रंजीत ने बताया कि उनके पास उस समय केवल 1400 रुपये थे, जिसे उन्होंने कार्यालय में जमा कर दिया। लेकिन कर्मचारी ने साफ कह दिया कि यह राशि केवल दो बच्चों के लिए मान्य होगी। तीसरे बच्चे के दाखिले के लिए और 700 रुपये देने होंगे।
रंजीत के अनुसार, जब उन्होंने आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए अतिरिक्त रकम देने में असमर्थता जताई, तो कर्मचारी ने साफ शब्दों में कह दिया कि बिना पूरी ‘दान राशि’ के एडमिशन संभव नहीं है।
यह मामला यहीं नहीं रुका। अभिभावक ने जब लिपिक के इस व्यवहार और कथित वसूली की शिकायत प्रिंसिपल से करनी चाही, तो उन्हें उनसे भी कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने मामले की लिखित शिकायत जिला प्रशासन को भेज दी है।
रंजीत यादव का कहना है कि सरकार एक ओर शिक्षा को सर्वसुलभ बनाने की बात करती है, वहीं सरकारी कॉलेजों में इस तरह की जबरन वसूली गरीब अभिभावकों के लिए परेशानी का सबब बन रही है।
फिलहाल, जिला प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। अभिभावकों की मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।